Expressions ...as felt...as said...as framed...
क्या माँ के आँचल को छू सकता हूँ...कुछ थक सा गया हूँ , क्या माँ कि गोद में सो सकता हूँ...कहते है बड़ा हूँ गया है अब 'कबीर' ...पर क्या कुछ पल के लिए माँ का चंदा बन सकता हूँ ?-तुषार
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