Expressions ...as felt...as said...as framed...
ज़िन्दगी है अजब कुछ धुप-छाव
कभी खिलते रंग कभी धुलती शाम
पल पल बढते कदम कभी रुकते पाव
कभी सबके लिए कभी मेरे नाम
-कबीर
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