Expressions ...as felt...as said...as framed...
तुझे भुलाना इतना मुश्किल तो न होता
अगर साथ दिल और ज़माना कुछ ऐसे देता
ना तेरे नाम से मेरा ज़िक्र उभरता
ना मेरे ज़िक्र से यू तू पशेमान होता
-तुषार
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